KCC Loan- नमस्कार किसान भाइयों इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको केसीसी लोन के संबंध में जानकारी प्रदान करने वाले हैं अभी हाल ही में एक न्यूज़ तेजी से वायरल हो रही है जिसमें यह बताया जा रहा है कि अगर कोई किसान KCC जमा नहीं करवाता है तो क्या जमीन बैंक के द्वारा नीलाम कर दी जाएगी
तो इस लेख के माध्यम से हम आपको इसी न्यूज़ की सच्चाई बताने वाले हैं और यह जानकारी भी देंगे कि यदि आप कैसे से लोन जमा नहीं करवाते हैं तो क्या सच में बैंक आपकी जमीन की नीलामी करवा सकता है या नहीं
नीलामी से किस प्रकार रोक सकते हैं- अगर आपके द्वारा केसीसी लोन ले रखा है और अपने किस्त जमा नहीं करवाई है तो बैंक की तरफ से आपको बार-बार नोटिस भेजे जा रहे होंगे एवं बैंक के कर्मचारी आपके घर पर भी आ रहे होंगे आप अपनी जमीन की नीलामी को सेटलमेंट के माध्यम से भी रोक सकते हैं सेटलमेंट एक ऐसी प्रक्रिया है जिसके माध्यम से किसानों के ऋण में छूट दी जाती है अर्थात किसान कुछ परसेंट पैसे जमा करवा कर अपना नोटिज प्राप्त कर सकते हैं
KCC लोन न चुकाने पर क्या होता है?
अगर कोई किसान केसीसी ऋण चुकाने में असमर्थ होता है तो बैंक उसके ऊपर क्या कार्यवाही करता है इन सभी की जानकारी कुछ स्टेप्स के माध्यम से आपको समझाएंगे इसके साथ ही हम आपको जानकारी देंगे कि अगर कोई व्यक्ति बैंक लोन देने से इनकार कर देता है तो बैंक उसके खिलाफ क्या एक्शन लेता है
पहला स्टेप: जब आप केसीसी का पहला एवं दूसरा किस्त नहीं देते हैं तो बैंक वाले आपको सूचना देने के लिए फोन करते हैं एवं एसएमएस के माध्यम से भी सूचित करते हैं
दूसरा स्टेप: अगर आप लगातार 3 महीने तक कोई भी किस्त जमा नहीं करवाते हैं तो रिकवरी एजेंट आपसे संपर्क करते हैं एवं अपना किस्त बढ़ाने के लिए कहते हैं
तीसरा स्टेप: Recovery Agent रिकवरी एजेंट के बार-बार कहने के बाद भी अगर आप मासिक किस्त जमा नहीं करवाते हैं तो बैंक आपको नोटिस भेजता है
चौथा स्टेप: बैंक द्वारा भेजे गए नोटिस का अगर आप जवाब नहीं देते हैं तो और ना ही सेटलमेंट या रिस्ट्रक्चर के लिए जाते हैं तो ऐसी स्थिति में बैंक वाले आपको एनपीए घोषित कर दिया जाता है
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पांचवा स्टेप: लोन के एनपीए होने के बाद यह मामला अदालत तक चला जाता है
छठा स्टेप: अदालत के द्वारा सबसे पहले बैंक की दलील सुनी जाती हैं उसके बाद ज्यादातर उम्मीद दिया होता है की जमीन नीलामी का आदेश दिया जाता है
सातवां स्टेप: जमीन नीलामी के द्वारा जो भी पैसा आता है उसके द्वारा बैंक का कर्ज बन जाता है इसके साथ ही बैंक के कानूनी कार्यवाही और अदालत में जो भी खर्च आता है वह इस जमीन के खर्चे से लिया जाता है
आठवां स्टेप: अगर जमीन नीलामी से उतना ही रुपया आता है तो लोन डिफाल्टर पर फौजदारी का कैसे चलता है और इस केस में लोन नहीं भरने वाले डिफाल्टर को जेल भी जाना पड़ सकता है
KCC वाले किसानों के लिए अच्छी खबर
अगर कोई व्यक्ति बैंक के लोन को नहीं चूकता है तो बैंक उसके ऊपर इस प्रकार से से कार्यवाही करता है अर्थात बैंक अपने पास लोन न चुकाने वाले कस्टमर के ऊपर यह सब कार्यवाही करने का अधिकार सुरक्षित पड़ता है
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निष्कर्ष- इस आर्टिकल के माध्यम से हमारे द्वारा केसीसी लोन वाले किसानों के लिए जानकारी प्रदान की गई है जिसमें यह बताया गया है कि अगर आप कैसे सी लोन नहीं चुके हैं तो बैंक आपके खिलाफ क्या एक्शन ले सकता है इसके साथ ही इससे निपटने के तरीकों के बारे में भी बताया गया है आशा करते हैं हमारे द्वारा बताइए कि बताइए आपके लिए उपयोगी रही होगी