अगर SBI, PNB, Canara या किसी बैंक से लोन लिया हुआ है, तो आपके लिए 2 बड़ी खुशखबरी है। RBI और मोदी सरकार ने हाल ही में लोन लेने वालों के लिए नए नियम और योजनाओं की घोषणा की है। ये फैसले न सिर्फ लोन लेने वालों के हित में हैं, बल्कि उनके लिए राहत और सुविधा भी प्रदान करते हैं। आइए जानते हैं इन खुशखबरियों के बारे में विस्तार से।
पहली खुशखबरी: लोन के बाद दस्तावेज़ वापस करने के लिए RBI का नया नियम
RBI ने लोन लेने वालों के लिए एक बड़ा कदम उठाया है। अब अगर आपने अपना लोन पूरा चुका दिया है, तो आपको अपने संपत्ति के दस्तावेज़ बैंक से वापस पाने के लिए लंबा इंतजार नहीं करना पड़ेगा। RBI ने सभी बैंकों और गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (NBFCs) को निर्देश दिया है कि वे लोन चुकता करने के बाद 30 दिनों के भीतर ग्राहक को उनके दस्तावेज़ वापस करें। अगर कोई बैंक या NBFC ऐसा करने में असफल रहता है, तो उन्हें ग्राहक को प्रति दिन ₹5000 का जुर्माना देना होगा।
यह कदम उन ग्राहकों के लिए राहत लेकर आया है, जो लोन चुकाने के बाद भी अपने दस्तावेज़ों के लिए बैंकों के चक्कर काटते रहते थे। अब बैंकों को यह सुनिश्चित करना होगा कि ग्राहक के सभी दस्तावेज़ समय पर वापस किए जाएं, जिससे ग्राहक को किसी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े।
दूसरी खुशखबरी: ‘प्रधानमंत्री विश्वकर्मा कौशल सम्मान’ योजना का शुभारंभ
मोदी सरकार ने कारीगरों और शिल्पकारों के लिए एक नई योजना की घोषणा की है, जिसका नाम ‘प्रधानमंत्री विश्वकर्मा कौशल सम्मान’ योजना है। इस योजना के तहत, पारंपरिक व्यवसायों से जुड़े कारीगरों को ₹15,000 तक की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। यह योजना 17 सितंबर 2024 से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की जाएगी।
इस योजना का उद्देश्य उन कारीगरों और शिल्पकारों को आर्थिक सहायता प्रदान करना है, जो अपने पारंपरिक व्यवसायों के जरिए आजीविका कमाते हैं। योजना के तहत 18 प्रकार के पारंपरिक व्यवसायों से जुड़े लोगों को लाभ मिलेगा। इनमें सुनार, कुम्हार, लोहार, बढ़ई, दर्जी जैसे कारीगर शामिल हैं।
इस योजना के माध्यम से सरकार न केवल इन कारीगरों को आर्थिक सहायता दे रही है, बल्कि उनके व्यवसाय को भी बढ़ावा देने का प्रयास कर रही है, जिससे वे अपनी कला को और बेहतर तरीके से प्रस्तुत कर सकें।
बैंकों की सख्ती और ग्राहकों को मिलने वाला लाभ
RBI के नए नियमों के अनुसार, अगर कोई ग्राहक लोन चुकाने के बाद अपने दस्तावेज़ प्राप्त करने में देरी का सामना करता है, तो उस ग्राहक को अब ₹5000 प्रति दिन का मुआवजा मिलेगा। यह नियम खासकर उन ग्राहकों के लिए है जिन्होंने होम लोन लिया है। जैसे ही ग्राहक अपना लोन चुका देता है, बैंक या NBFC को 30 दिनों के भीतर उनके संपत्ति के दस्तावेज़ उन्हें लौटाने होंगे।
अगर बैंक या NBFC ऐसा नहीं करते, तो उन्हें हर दिन की देरी के लिए ₹5000 का जुर्माना भरना होगा। इस नियम का उद्देश्य ग्राहकों को बैंकों द्वारा की जाने वाली लापरवाही से बचाना और उनकी सुविधा सुनिश्चित करना है।
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा कौशल सम्मान योजना के लाभ
- व्यवसाय का विकास: इस योजना से कारीगर अपने पारंपरिक व्यवसायों को और अधिक उन्नत कर पाएंगे, जिससे उनकी आय में वृद्धि होगी और वे आर्थिक रूप से सशक्त होंगे।
- सरकार की सहायता: इस योजना के जरिए कारीगरों को सीधे सरकार से मदद मिलेगी, जिससे उन्हें अपने काम में किसी तरह की वित्तीय दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ेगा।
निष्कर्ष
अगर आपने किसी भी बैंक से लोन लिया है, तो अब आपके लिए खुशखबरी है। RBI के नए नियमों के तहत लोन चुकाने के बाद दस्तावेज़ों को प्राप्त करना अब आसान हो जाएगा और देरी होने पर आपको मुआवजा भी मिलेगा। वहीं, प्रधानमंत्री विश्वकर्मा कौशल सम्मान योजना के तहत कारीगरों को आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी
ये दोनों फैसले लोन लेने वालों और कारीगरों के लिए बेहद लाभकारी साबित होंगे, जिससे न केवल उनकी वित्तीय स्थिति सुधरेगी, बल्कि वे अपने व्यवसाय और जीवन स्तर को भी ऊंचा उठा सकेंगे।